Tuesday, April 6, 2010

AIDS

दोस्तों हम सभी आज की सबसे बड़ी और लाइलाज बीमारी `एड्स' से अच्छी तरह परिचित हैं ! लेकिन बहुत कम लोगों को इसके बारे में पूरी और सही जानकारी होगी! तो दोस्तों मैं आपको देता हूँ इसके बारे में सही जानकारी और आप सब से प्राथना करता हूँ की इससे बच कर रहें, सफे सेक्स करें! टोपी (कंडोम) का हमेशा उपयोग करें!
एड्स : इसका पूरा नाम है aquired immune defficiency syndrome
कैसे आई यह बीमारी : आज से २०-२५ साल पहले वैज्ञानिकों ने इस बीमारी को खोजा! अफ्रीका के कुछ देशों में एक विशेष प्रजाति का बंदर पाया जाता है! उसके शारीर में एड्स का virus पाया जाता है, लेकिन यह virus उसके शारीर को कोई नुकसान नहीं पहुचाता, बल्कि उस बंदर के शरीर का यह जरूरी घटक है! तो उन देशों के लोग इस बंदर का मॉस खाते थे, और कुछ लोग मॉस को ठीक से पकाते नहीं थे जिससे यह virus उनके शरीर में पहुँच गया और सेक्स तथा कुछ और प्रकार से यह दुनिया में हर जगह फेल गया !
क्या करता है यह virus : मानव शरीर में पहुँच कर यह virus सुप्त अवस्था में पड़ा रहता है ! यह सुप्त अवस्था कितने भी महीने या सालों की हो सकती है ! इस अवस्था में रोगी HIV positive तो होता है लेकिन उसे एड्स नहीं होता ! फिर कभी भी यह virus सुप्त से active अवस्था में आ जाता है और हमारी बॉडी के रक्षा तंत्र यानि white blood सेल्स को खाना शरू कर देता है और अपनी संख्या बढाना शरू कर देता है, यानि १ से २, २ से ४, ४ से ८ और बहुत तेज़ी से बढने लगता है, इस अवस्था को एड्स हो जाना कहते हैं!
white blood सेल्स के खत्म होने और virus की संख्या बढने से रोगी का हाल बहुत बुरा हो जाता है, उसका शरीर सूख-२ कर कांटा हो जाता है, उसे कोई हल्का infection भी होता है तो वो किसी भी दवा से सही नहीं होता, loose motion , सर्दी जुकाम, बुखार जैसे रोगों पर भी कोई दवा काम नहीं करती, तब रोगी का HIV टेस्ट किया जाता है और पता चलता है उसे एड्स हो गया है!
क्यूँ होता है एड्स : क्यूंकि यह virus रोगी के blood में रहता है तो किसी भी तरह एड्स के patient का blood का कनेक्शन आपके blood से हो गया तो समझिये कि आप भी हो गए HIV possitive ! जैसे रोगी से बिना कंडोम के सेक्स करना, उसके किसी भाग पर किस करना जहाँ पर कट लगा हो या कोई जख्म हो, संक्रमित सुई का प्रयोग करना, डॉ के opertion का कोई इंस्ट्रूमेंट, डेंटल surgeon का कोई इंस्ट्रूमेंट जो पूरी तरह sterlised ना हो, hair dresser का उस्तरा यदि उसने किस्सी एड्स के रोगी पर उपयोग किया है और उसका कहीं कट लग गया है और वही उस्तरा आप को लगा दिया और आप के भी कट लग गया, अप्राकृतिक सेक्स, नशे के आदि लोग जब एक ही syringe का प्रयोग करते हैं तो एड्स से संक्रमित हो सकते हैं, बहार से बिना जाँच वाला खून लेना!
इलाज क्या है : अभी तक इसका कोई इलाज पूरी दुनिया में उपलब्ध नहीं है ! इसलिए सिर्फ बचाव ही इसका इलाज है! हाँ कुछ ऐसी medicines जरूर आ गयीं हैं जिनसे एड्स के रोगी का जीवन कुछ समय के लिए या कुछ सालों के लिए और बढाया जा सकता है लेकिन यह बहुत महँगा है और हर किस्सी के बस कि बात नहीं !
कैसे बचें : जो कारण बताये गए हैं एड्स होने के बस उनसे बचना ही इलाज है! एक ही या अपने जीवन साथी से ही सेक्स सम्बन्ध रखें! यदि इधर उधर मुह मरने की आदत है तो छत्री का उपयोग करें! हमेशा disposable syringe का प्रयोग करें, अपने hair dresser से उस्तरे में नया ब्लेड तथा उस्तरा sterlised करने को कहें, अप्राकृतिक सेक्स तथा नशे की लत से बचें, कभी बहार से blood लेना पड़े तो एड्स की जाँच जरूर करवा लें हो सके तो अपने घर के किस्सी सदस्य का खून लें! वैसे तो डॉ कहते हैं की मछर काटने से एड्स नहीं होता लेकिन अगर मछर ने किसी एड्स के रोगी को काटा है और उसके बाद वही मछर आपको काट ले तो एड्स हो सकता है! मानव जन्म बड़ी मुश्किल से मिलता है, अपने जीवन की रक्षा करें! आपको मेरा यह लेख कैसा लगा जरूर लिखें !

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